जमीन के सौदे में अब सब कुछ ऑन रिकॉर्ड, मिडिल क्लास की बल्ले-बल्ले!
दोस्तों, जमीन खरीदने या बेचने की प्लानिंग कर रहे हैं?
तो सरकार ने आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी दी है! अब आप प्रॉपर्टी की असली कीमत को बिना किसी टेंशन के ऑन रिकॉर्ड लिखवा सकते हैं। और हां, ज्यादा टैक्स का डर भी अब खत्म। ये बदलाव खासतौर पर मिडिल क्लास के लिए एक गेम-चेंजर साबित होने वाला है। चलिए, आसान भाषा में समझते हैं कि ये नया नियम क्या है और आपको इससे क्या-क्या फायदा होगा।
पहले क्या होता था?
देखिए, अब तक क्या होता था? मान लीजिए, आप एक प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं जिसकी असली कीमत ₹50 लाख है। लेकिन रजिस्ट्रेशन के वक्त लोग कम कीमत, जैसे ₹40 लाख, लिखवाते थे। क्यों? क्योंकि स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस बचानी होती थी। लेकिन इसका नुकसान ये होता था:
आपको बैंक से उतना बड़ा लोन नहीं मिलता, क्योंकि बैंक वही अमाउंट मानता था जो पेपर है
रिकॉर्ड में असली कीमत नहीं होती, जिससे भविष्य में प्रॉपर्टी बेचने या लोन लेने में दिक्कत हो सकती है
VIDEO: Every Property Buyer in Raipur Must Watch this before making any investment!
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अब क्या बदला है?
अब नए नियम के तहत:
आप जमीन की असली कीमत ऑन रिकॉर्ड लिख सकते हैं।
लेकिन स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस सिर्फ सरकारी गाइडलाइन रेट (यानि जो मिनिमम तय है) पर ही लगेगी।
मतलब? अगर आपकी प्रॉपर्टी ₹50 लाख की है, और गाइडलाइन रेट ₹40 लाख है, तो टैक्स सिर्फ ₹40 लाख पर लगेगा। लेकिन आपको ₹50 लाख को रिकॉर्ड में दिखाना होगा।
किसको फायदा होगा?
इस नए नियम का सबसे बड़ा फायदा मिडिल क्लास को मिलेगा। कैसे?
लोन लेना हुआ आसान: अब जब आप असली कीमत लिखेंगे, तो बैंक उसी हिसाब से लोन देगा। यानी, प्रॉपर्टी खरीदने के लिए फंड्स की कमी नहीं होगी।
भरोसेमंद डील्स: जमीन या प्रॉपर्टी खरीदने-बेचने में सब कुछ साफ-सुथरा रहेगा। "काला धन" जैसे चक्कर खत्म।
भविष्य के लिए सुरक्षा: जब रिकॉर्ड में आपकी प्रॉपर्टी की असली कीमत होगी, तो resale के वक्त या कोई और डील करने में सही वैल्यू मिल पाएगी.
एक आसान उदाहरण से समझिए:
मान लीजिए, आप एक घर खरीद रहे हैं।
गाइडलाइन रेट: ₹40 लाख
असली कीमत: ₹50 लाख
अब आपको रजिस्ट्रेशन के वक्त ₹50 लाख बताना होगा। लेकिन रजिस्ट्रेशन फीस और स्टांप ड्यूटी सिर्फ ₹40 लाख पर लगेगी।
तो, सारा सौदा रिकॉर्ड में होगा, और आपको ज्यादा पैसे देने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।
इस बदलाव से बड़ा असर क्या होगा?
सरकार की कमाई बढ़ेगी: क्योंकि अब लोग असली कीमत छिपाएंगे नहीं।
रियल एस्टेट सेक्टर में भरोसा बढ़ेगा: कैश डील्स कम होंगी, और सब कुछ ट्रांसपेरेंट होगा।
मिडिल क्लास के लिए राहत: लोन की सुविधा बेहतर होगी, और प्रॉपर्टी खरीदना आसान हो जाएगा।
अब क्या करें?
अगर आप जमीन खरीदने-बेचने का सोच रहे हैं, तो अब ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। ये नया सिस्टम आपके लिए फायदे का सौदा है। असली कीमत दिखाएं, सारा काम ऑन रिकॉर्ड रखें, और बिना किसी टेंशन के अपनी ड्रीम प्रॉपर्टी का सपना पूरा करें।
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